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Ye_Faasale_Or_Ye_Doorie
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Na tum milo na hum mile,
shayad lamho ki ye majboori ho, ya fasle ya doori ho,
Tum door khush humse jo ho to khushiyon me hum khush rhe,
Tu karti pyar kisi or ko, ye haale dil kese sahe
Me sochta mar jaun kyo na, door hokar tujhse me,
Par boojhta hun reh na paogi tum yaad me tadap ke meri...
Ye fasle or ye doorie, jane kesi majboori...
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ये फासले और ये दूरी
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न तुम मिलों न हम मिलें,
शायद लम्हों की ये मजबूरी हो, या फासले या दूरी हो,
तुम दूर खुश हमसे जो हो, तो खुशियों में हम खुश रहें,
तू करती प्यार किसी और को है, ये हाल दिल कैसे सहे,
मैं सोचता मर जाऊँ क्यों न, दूर होकर तुझसे कभी,
पर बूझता हूँ रह न पाओगी तुम, याद में तड़प के मेरी,
ये फासले और ये दूरी जाने कैसी ये मजबूरी।।
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#रोहित_गोस्वामी
#मेरठ, उत्तर प्रदेश
18:56PM
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